मुरादाबाद, जून 5 -- मुरादाबाद। खरीफ फसलों की बुआई के पहले किसान भाई भूमि शोधन और बीज शोधन करा लें। क्योंकि, फसलों में रोग बीज, मृदा, वायु, जल एवं कीटों से फैलते है। खरीफ की फसलों में झुलसा, झोंका, शीथब्लाइट, पत्ती धब्बा, मिथ्या कंण्डुआ, तुलासिता, बीज सड़न एवं उकठा रोग की प्रबल संभावना रहती है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉ.राजेन्द्र पाल सिंह ने किसान भाइयों से बुआई से पहले बीज जनित/भूमि जनित रोगों से उपाय के तरीके सुझाए। बीजशोधन: कार्बेन्डाजिम 50 प्रतिशत डब्ल्यूपी या थीरम 75 प्रतिशत डब्ल्यू एस 2.0 से 2.5 ग्राम मात्रा प्रति किग्रा बीज की दर से अथवा ट्राइकोडर्मा बायो रसायन को 4.0 से 5.0 ग्राम मात्रा प्रति किग्रा बीज की दर से प्रयोग करें। धान की फसल में जीवाणु झुलसा एवं जीवाणु धारी रोग से बचाव के लिए किसानों द्वारा धान के बीज को स्ट्रेप्टोमाइसी...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.