नई दिल्ली, अक्टूबर 15 -- राजीव दासगुप्ता,प्रोफेसर (कम्यूनिटी हेल्थ), जेएनयू बीते कुछ हफ्तों में कई राज्यों में कफ सिरप से जुड़ी बुरी घटनाएं और बच्चों की मौत की खबरें सामने आई हैं। 2019-20 की सर्दियों में जम्मू में भी ऐसा ही कुछ हुआ था। 2023 में कैमरून, गाम्बिया और उज्बेकिस्तान में हुई मौतों को लेकर भी भारतीय कफ सिरप के कुछ ब्रांडों की गुणवत्ता पर सवाल उठे थे। अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 'इन घटनाक्रमों पर गहरी चिंता जताई है और भारत में बेची जाने वाली दवाओं में डायथिलीन ग्लाइकोल (डीईजी)/ एथिलीन ग्लाइकोल (ईजी) की मात्रा की जांच में होने वाली गड़बड़ियों की ओर इशारा किया है'। अपनी हालिया विज्ञप्ति में उसने गैर-कानूनी तरीके से कफ सिरप के निर्यात को लेकर चिंता जताई है और राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण से 'विशेष तौर पर अनौपचारिक व अनियमित बाजारों में...