बेगुसराय, अक्टूबर 27 -- बेगूसराय/बीहट, निज संवाददाता। चार दिवसीय छठ महापर्व के दूसरे दिन रविवार को खरना संपन्न होने के साथ ही व्रती सोमवार को डूबते सूर्य की उपासना की तैयारी में जुट गए हैं। सूर्योपासना तथा छठी मईया की आराधना के महापर्व छठ को लेकर कई तरह की कथाएं प्रचलित हैं। पौराणिक कथा के आधार पर कुछ लोग वैदिक काल से ही छठ शुरू होने की बात कहते हैं तो कई लोग धर्मशास्त्र तथा महाभारत के आधार पर महाभारत काल से छठ शुरू होने की बात कहते हैं। सामाजिक, धार्मिक, सांस्कृतिक तथा वैज्ञानिकता के लिहाज से लोकआस्था का महापर्व छठ काफी महत्वपूर्ण है। पौराणिक कथा के अनुसार राजा प्रियवंद सतयुग में छठी मईया की आराधना खुद षष्ठी मईया के ही निर्देश पर की थी और इसके बाद राजा प्रियवंद का मृत पुत्र जीवित हो उठा था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार छठ मैया ब्रह्माजी क...