मनीष मिश्रा, मार्च 3 -- अगर आपका बच्‍चा रात में खर्राटे ले, बार-बार करवट बदले और मुंह से लार टपकाए तो सावधान हो जाएं! वह संक्रमण का शिकार है और उसकी सुनने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है। करीब दो फीसदी मासूमों में यह समस्या देखने को मिल रही है। ऐसा एडनॉयड ग्रंथि बढ़ने के कारण होता है। एडनॉयड नाक के पीछे मांस का टुकड़ा होता है। सामान्यत: सर्दी-जुकाम और टॉन्सिल होने के कारण एडनॉयड में सूजन और संक्रमण हो जाता है। यह कान के पर्दे के पास तक फैल जाता है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के नाक कान गला रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. आरएन यादव के अनुसार एडनॉयड में सूजन के कई संकेत हैं। बचपन में होने वाली इस बीमारी से किशोरावस्था या फिर युवावस्था में भी सुनने की क्षमता गंवा सकते हैं। यह बच्चे के व्यक्तित्व, शारीरिक और मानसिक विकास को भी प्रभावित करता है। यह भी पढ़ें...