नई दिल्ली, अप्रैल 25 -- संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया का कहना है कि क्वांटम कंप्यूटिंग नवाचार को परिभाषित करती है। यह वैज्ञानिक खोज को गति देगी और मानवीय समस्याओं के कई समाधान करेगी, जिन्हें अब तक असंभव माना जाता रहा है। दिल्ली में आयोजित तीसरे अंतर्राष्ट्रीय क्वांटम संचार सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि अब भविष्य सिर्फ डिजिटल नहीं है, बल्कि क्वांटम तकनीक का है, जिसको लेकर भारत गंभीरता से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि क्वांटम कंप्यूटिंग पहले से ही न केवल वैज्ञानिक खोज बल्कि हमारे जीवन को भी प्रभावित कर रही हैं। भारत इसको लेकर पहले से काम कर रहा है। वर्ष 2023 में 6003.65 करोड़ की लागत से शुरू किए गए राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का ही हिस्सा है। यह मिशन प्रधानमंत्री विज्ञान और प्रौद्योगिकी नवाचार...