आगरा, अक्टूबर 14 -- आगरा, वरिष्ठ संवाददाता। सेठ पदमचंद जैन प्रबन्ध संस्थान में चल रही कार्यशाला का मंगलवार को समापन हो गया। इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) के सहयोग से विवि के मानव मूल्य प्रकोष्ठ द्वारा खंदारी परिसर स्थित संस्थान में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का आयोजन भगवद् गीता के प्रबंधन सिद्धांत विषय पर किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता अरविंद स्वरूप जी गीता में निहित प्रबंधन के मूल सिद्धांतों को जीवन एवं नेतृत्व में अपनाने से व्यक्ति न केवल सफ़ल बल्कि संतुलित और शांतचित बन सकता है। उन्होंने गीता के सिद्धांतों को समझाते हुए कहा कि जीवन में समानता को स्वीकार करना। क्रोध एक कमजोरी है, परिवर्तन अवश्यंभावी है। अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण रखें, ध्यान ही कुंजी है। आप खाली हाथ आए हैं और खाली हाथ ही जाएंगे। व्यक्त...