धनबाद, जनवरी 30 -- धनबाद। प्रदूषण नियंत्रण सहित अन्य प्रौद्योगिक विकसित करने में ऑस्ट्रेलिया के कर्टिन विश्वविद्यालय कोल इंडिया और अनुषंगी कंपनियों को सहयोग करेगा। कोल इंडिया सूत्रों ने बताया कि महत्वपूर्ण खनिज, डीकार्बोनाइजेशन और संसाधन प्रौद्योगिकियों जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास को मजबूत करने के लिए पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के कर्टिन विवि के साथ एक समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। कोल इंडिया और कर्टिन विवि के अधिकारियों की उपस्थिति में निदेशक (व्यावसायिक विकास) देबाशीष नंदा और कर्टिन की उप-कुलपति (अनुसंधान) मेलिंडा फिट्जगेराल्ड जॉन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। मालूम हो कि कोयला क्षेत्र में प्रदूषण बड़ी समस्या है। कोयला देश के लिए जरूरी है। ऐसे में अनुसंधान और विकास के माध्यम से प्रदूषण को नियंत्रित करने समेत अन्य खनि...