कौशाम्बी, सितम्बर 5 -- मंझनपुर, संवाददाता। सरायअकिल थाना क्षेत्र के अकबराबाद बंथरी गांव की रानी देवी पत्नी ललऊ ने बताया कि वह अनुसूचित जाति की है। जबकि, गांव के ही विपक्षी धर्मेंद्र, उसका भाई धीरेंद्र, इनके परिवार के मोती लाल, रमेश, मुन्ना व मुन्ना की पत्नी शमला देवी ऊंची जाति के हैं। पीड़िता की मानें तो विपक्षी आए दिन अनुसूचित जाति का होने के कारण उसे और उसके परिजनों को गाली-गलौज करते थे। कहते थे कि अनुसूचित जाति के लोगों को गांव के बाहर रहना चाहिए। 15 जून 2025 को आरोपियों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए घर में घुसकर पिटाई की थी। आरोप है कि मामले की शिकायत के बाद भी पुलिस अफसरों ने किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की। इससे परेशान पीड़िता ने कोर्ट का सहारा लिया। अदालत के आदेश पर गुरुवार को पुलिस ने एससी-एसटी समेत अन्य धाराओं में मुकदमा...