धनबाद, अक्टूबर 12 -- धनबाद, मुकेश सिंह कोयले के अपशिष्ट से रेयर अर्थ मिनरल (दुलर्भ तत्व) की खोज होगी। कोयला अन्वेषण में अग्रणी कोल इंडिया की अनुषंगी सीएमपीडीआईएल (सेंट्रल माइनिंग प्लानिंग एंड डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट लिमिटेड) ने इसके लिए पहल की है। पिछले दिनों सीएमपीडीआईएल की ओर से आयोजित मिनरलाइज-2025 विषयक वर्कशॉप में इसकी रणनीति बनी है। महत्वपूर्ण खनिजों की खोज में हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग, एआई-एमएल का उपयोग, उन्नत विश्लेषणात्मक तकनीकों पर मंथन हुआ। आरईई का संवर्धन और महत्वपूर्ण खनिज भारत के संदर्भ में चुनौतियां और मार्ग तथा निम्न-श्रेणी के आरईई अयस्कों विशेष रूप से कोयला खदान अपशिष्ट, वाशरी अपशिष्ट और कोयला दहन उत्पादों पर विस्तार से चर्चा हुई। कोल इंडिया अपने विविधीकरण रोडमैप के तहत सीएमपीडीआईएल को रेयर अर्थ मिनरल की दिशा में बढ़ने के ल...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.