दिल्ली, अप्रैल 15 -- कोयले ने औद्योगीकरण और जलवायु चुनौतियों को लगातार बढ़ाया है.इसके बावजूद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप इसका उत्पादन बढ़ाना चाहते हैं.लेकिन यह सोच क्यों सही नहीं?जनवरी में पद संभालने के बाद से ही डॉनल्ड ट्रंप ने जलवायु परिवर्तन पर अपना नजरिया साफ जाहिर किया है.उन्होंने ना सिर्फ पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट से अमेरिका की दूरी बनाई है.बल्कि अमेरिका में कोयले के उत्पादन को बढ़ाने के लिए भी निर्देश जारी किये हैं.इस हफ्ते पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि "अमेरिका बेहतरीन है, साफ कोयला उद्योग" को और पाबंदियों में रखना ठीक नहीं.इसके साथ ही संघीय अधिकारियों को कोयले के खनन और निर्यात पर "जो बाइडन" के लगाए प्रतिबंधों को जल्द हटाने के आदेश जारी किए.इसके अलावा, कोयले से चलने वाले पुराने पावर प्लांट्स भी ग्रिड से जुड़े रखे जाएंग...