धनबाद, फरवरी 17 -- धनबाद, विशेष संवाददाता कोयला क्षेत्र को राष्ट्र के ऊर्जा परिवर्तन में एक प्रमुख योगदानकर्ता बनाने, उत्पादन बढ़ाने, स्वच्छ प्रौद्योगिकियों को एकीकृत करने और पर्यावरण की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया जा रहा है। जनवरी में आयोजित चिंतन शिविर में लिए गए निर्णयों से कोयला मंत्री ने लोकसभा को अवगत कराया है। चिंतन शिविर में चर्चा एवं लिए गए निर्णयों से कोल कंपनियों को भी अवगत कराया गया है। सुरक्षा पर खासा जोर है। ब्लास्ट फ्री माइनिंग, खदानों की सेफ्टी ऑडिट आदि शामिल है। कोयला खनन प्रथाओं को वैश्विक स्थिरता लक्ष्यों के साथ संरेखित करने की आवश्यकता है, जिसमें कोयला गैसीकरण जैसी नवीन तकनीकों के माध्यम से कार्बन उत्सर्जन को कम करना और श्रमिकों के जीवन की सुरक्षा और कार्यबल की भलाई सुनिश्चित करने के लिए कठोर सुरक्षा मान...
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