दरभंगा, अक्टूबर 31 -- दरभंगा। समय का प्रवाह अनवरत है। वह किसी के लिए ठहरता नहीं। पर कुछ व्यक्तित्व ऐसे होते हैं जो समय की धारा में भी अपनी अमिट छाप छोड़ जाते हैं। अंग्रेजी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. शौकत अंसारी ऐसे ही व्यक्तित्वों में से एक हैं। उन्होंने शिक्षा का कभी व्यवसायीकरण नहीं किया, बल्कि एक जीवनधर्म के रूप में जिया। ये बातें एमएलएसएम कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. शंभु कुमार यादव ने आचार्य डॉ. शौकत अंसारी व स्टोर कीपर महेश चौधरी के सेवानिवृत्त सम्मान समारोह में कही। उन्होंने कहा कि डॉ. अंसारी का अध्यापन एक साधना थी। विद्यार्थियों के लिए वे एक शिक्षक ही नहीं, बल्कि प्रेरणा के स्रोत थे। शिक्षा को हमेशा समाज की सेवा से जोड़ा, यही उनकी वास्तविक 'शौकत' थी। वहीं, स्टोर कीपर महेश चौधरी अपने कृतित्व व व्यक्तित्व को लेकर सदैव याद रखें जाएंगे।...