गुड़गांव, मार्च 11 -- गुरुग्राम, कार्यालय संवाददाता। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत राजकीय कॉलेज के पाठ्यक्रमों में बदलाव के बाद अब पढ़ाई होने जा रही है। नई नीति में कॉलेज छात्र की मुसीबतें बढ़ाने वाली कई चीजें सामने आ रहीं हैं। इसके अंतर्गत न केवल परीक्षा और प्रश्न पत्र का नया प्रारूप तैयार किया गया है, बल्कि कई विषय भी बढ़ाए गए हैं। जानकारी के अनुसार यूजी प्रथम वर्ष में छात्र के पढ़ने के लिए 50 ऐच्छिक विषय होंगे। अब कॉलेजों में दूसरे सेमेस्टर की पढ़ाई करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। युवा तीन मुख्य और एक मध्यम स्तर के विषय ले सकेंगे: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में युवाओं के विषय चुनने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। पढ़ाई करने के बाद युवाओं को रोजगार के लिए चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वह कॉलेज की पढ़ाई के बाद स्वरोजगार को अपना सकता है। नई...