बगहा, मार्च 13 -- बेतिया, हिन्दुस्तान संवाददाता। होली खेलने के दौरान बच्चे व अन्य लंबे समय तक धूप में रहते है। उनके कपड़े रंगों से सराबोर रहते है। जिस कारण उनमें त्वचा से जुड़ी विभिन्न समस्याएं हो सकती है। पानी में मिले कठोर सिंथेटिक रंगों में लबे समय तक रहने के चलते दाग-धब्बे, खुजली और संक्रमण की समस्या पैदा होती है। सिंथेटिक रंगों के रसायन त्वचा की नमी को हटा सकते हैं। इसलिए केमिकल वाले रंग का प्रयोग करने से बचना चाहिए। उक्त बातें जीएमसीएच अस्पताल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. शिव शंकर शर्मा ने कही। उन्होंने बताया कि होली खेलने से पहले बच्चों के त्वचा पर नारियल, दबाम या जैतुन का तेल लगाना चाहिए। इससे त्वचा पर सुरक्षात्मक परत बन जाती है। रंगों का सीधा असर नहीं होता है। वहीं सिंथेटिक रंगों की जगह प्राकृतिक, हर्बल या ऑर्गेनिक रंगों का प्रयोग करन...