मुरादाबाद, अगस्त 31 -- श्रीराधा-अष्टमी महोत्सव का आयोजन रविवार को कोर्ट रोड स्थित बालकी सराय के शिव मन्दिर में धूमधाम से आयोजित हुआ। कथा व्यास आचार्य धीरशान्त 'अर्द्धमौनी' ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की आह्लादिनी शक्ति है राधा रानी। वैकुण्ठ में स्थित महालक्ष्मी ही राधा रूप में अवतरित हुई। राधा के प्रकाटय का वर्णन पुराणों के अनुसार आज से पांच हजार दो सौ साल पहले वृषभानु और कीर्तिदा के यहां राधा का आविर्भाव हुआ। राधा बिना तो कृष्ण हैं ही नहीं। राधा का उल्टा होता है धारा, धारा का अर्थ है करंट, यानि जीवन शक्ति। भागवत की जीवन शक्ति राधा है। कृष्ण देह है, तो श्रीराधा आत्मा। कृष्ण शब्द है, तो राधा अर्थ। कृष्ण गीत है, तो राधा संगीत। कृष्ण वंशी है, तो राधा स्वर। भगवान् ने अपनी समस्त संचारी शक्ति राधा में समाहित की है। इसलिए कहते हैं- राधा के साथ भ...