बाराबंकी, फरवरी 16 -- सूरतगंज। ग्राम पंचायत मीरपुर में करीब पांच लाख रुपए की लागत से निर्मित एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र में लोगों ने कब्जा कर भूसा भर रखा था। परिसर में महिलाएं उपले पाथने का काम करती थी। हिन्दुस्तान अखबार ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर का संज्ञान लेते हुए डीपीआरओ ने सचिव व प्रधान को तत्काल कब्जा हटाने और केंद्र का संचालन कराने के निर्देश दिए थे। जिस पर रविवार को मदूर लगाकर भूसे को कूड़ा घर से निकालकर उसे खाली करा दिया गया। विकास खण्ड सूरतगंज में 103 ग्राम पंचायतें हैं। सभी पंचायतों में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र का निर्माण हो चुका है। लेकिन किसी भी ग्राम पंचायत में इन कूड़ा घरों में गांवों से नियमित कूड़ा नहीं पहुंचाया जाता है। कहीं गांव से दूर जंगल में तो कही तालाबों में कूड़ा घर बना दिया गया। स्...