मुजफ्फरपुर, मार्च 11 -- मुरौल, एक संवाददाता। मसाला बीमारियों से लड़ने में प्रतिरोधी क्षमता को मजबूत बनाता है। किसानों को अनाज उपजाने के साथ मसाले की खेती भी करनी चाहिए। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। ये बाते मंगलवार को तिरहुत कृषि महाविद्यालय ढोली के उद्यान भवन में आयोजित तीन दिवसीय मसाला उत्पादन प्रशिक्षण शिविर में कॉलेज के डीन डॉ. पीपी सिंह ने कही। उन्होंने किसानों को मसाला की खेती समूह में करने के लिए प्रेरित किया। कहा कि महिलाओं को मसाला को किचेन गार्डन में लगाने और उसका इस्तेमाल करने की सलाह दी। डीन ने कहा कि मसाला की खेती को लेकर शोध व प्रसार-प्रचार में ढोली कॉलेज अग्रणी रहा है। फिलहाल, 20 से 25 प्रतिशत मसाला का निर्यात किया जा रहा है। इसे बढ़ाने की आवश्यकता है। विभागाध्यक्ष डॉ. एसपी सिंह ने कहा कि बिहार के मसाला की म...