रुडकी, जून 12 -- विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत गुरुवार को बुधवाशहीद गांव में किसान गोष्ठी में वक्ताओं ने किसानों को कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। कार्यक्रम में पहुंचे कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी सह निदेशक डॉ. योगेंद्र पाल सैनी ने बताया कि प्राकृतिक खेती करने के लिए उर्वरक और बीज के प्रयोग में संतुलन बनाना बहुत जरूरी है। सहायक उद्यान प्रभारी डॉ. अंशुल शर्मा ने बताया कि किसानों को विभिन्न प्रकार के फलदार पेड़ लगाने की जरूरत है जो किसानों की जीविका चलाने में नगदी फसल का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को उद्यान विभाग की तरफ से निशुल्क फलदार पेड़ दिए जा रहे हैं।

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