विकासनगर, मई 5 -- साहिया उद्यान विभाग कार्यालय में सोमवार को आयोजित एक दिवसीय खरीफ फसल बीमा पाठशाला में स्थानीय किसानों को नगदी फसलों की बुआई, निराई व फसलों में लगने वाली बीमारियों से बचाने के साथ ही फसल बीमा योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। फसल बीमा पाठशाला में भारतीय कृषि बीमा कम्पनी चकराता के कोर्डिनेटर अजय चौहान ने बताया कि जौनसार बावर क्षेत्र में अधिकतर कृषि बारिश पर निर्भर रहती है। जिससे यहां की अधिकतर फसलें या तो सूखे की चपेट में आ जाती हैं या अतिवृष्टि होने से खराब हो जाती हैं। बताया कि इस समय अदरक, आलू, टमाटर, हरी मिर्च, बींस समेत कई नगदी फसलों का बीमा भारत सरकार व उत्तराखंड सरकार द्वारा कराया जा रहा है। जिससे किसानों को नुकसान की भरपाई हो सके। उन्होंने बताया कि किसानों को फसलों के बीमा की बहुत कम जानकारी है। उन्होंने फसलों को ...