शामली, जून 6 -- विकसित कृषि संकल्प अभियान अंतर्गत गांव डुढार मे गुज्जर चौपाल पर किसान वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। गुरुवार को कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डा संदीप चौधरी ने धान की नर्सरी की जानकारी देते बताया कि 300 वर्ग मीटर नर्सरी क्षेत्रफल में लगभग 250 किलोग्राम गोबर की सड़ी खाद, यूरिया 6 से 8 किलो , डीएपी 4 किलोंग्राम, 2.5 किलो, 1 किलो म्युरेट ऑफ पोटाश और 1 किलो जिंक सल्फेट खेत की तैयारी के समय अच्छी तरह से मिलाना चाहिए। बुआई के समय खेत की सतह से पानी निकाल दें और बुआई के तीन से चार दिनों तक केवल खेत की सतह को पानी से तर रखें। जब अंकुर 5 सेंटीमीटर के हो जाएं, तो खेत में 1 से 2 सेंटीमीटर पानी भर दें। जैसे पौधे बढ़ते जाएं। ज्यादा पानी होने पर पानी को खेत से निकाल देना चाहिए। धान की नर्सरी की देखरेख के बारे मे कहा कि न...