बलिया, जुलाई 19 -- बलिया। कृषि विज्ञान केंद्र सोहांव में पांच दिवसीय रोजगार परक प्रशिक्षण का आयोजन एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन के तहत किया गया। इस दौरान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. सोमेंद्र नाथ ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि खेत के मिट्टी की उर्वरा शक्ति धीरे-धीरे कम होती जा रही है इसका कारण तथा उसे उपजाऊ बनाने के बारे में बताया, प्रशिक्षण के समन्वयक डॉ अनिल कुमार पाल के द्वारा जैविक रूप से मृदा को उपजाऊ बनाने के लिए केंचुआ की खाद, सड़ी गोबर की खाद तथा हरी खाद के रूप में ढैंचा की फसल, मूंग की खेती सनई की खेती करने पर किसानो को कहा और यह भी बताया गया की हरी खाद उगाने से खेत में कार्बन की मात्रा बढ़ती है तथा किसानों को अपने प्रक्षेत्र पर ही केंचुआ के खाद उत्पादन की तकनीकी के बारे में विस्तृत जा...