गंगापार, मार्च 2 -- महाकुम्भ मेला के समाप्त होने पर यूरिया का संकट खत्म हो जाएगा यह सपना संजोए किसान बैठे थे। आज भी किसानों के सामने यूरिया का संकट ज्यों का त्यों बरकार है। बता दें कि विकासखंड मेजा के अंतर्गत स्थित पांच साधन सहकारी समितियां सुजनी, इटवा, पिपरांव, पथरा सिरहिर में यूरिया खाद नहीं पहुंच सकी है जिसके चलते किसानों को भारी समस्या से गुजरना पड़ रहा है। सुजनी समिति से जुड़े कोटर, रेंगा, चंद्रोदया, लोहरा, कौहट, बड्डिहा सहित कई अन्य गांवों के किसान अशोक तिवारी, रजनीश कुमार, कृष्ण कुमार, रमेश कुमार, आयुष तिवारी आदि ने बताया कि समिति पर यूरिया खाद नहीं मिल पा रही है। समिति पर जाने पर हम लोगों को बताया जाता है कि अभी यूरिया खाद समिति तक नहीं पहुंची है। समिति से खाद न मिलने पर निराश होकर जब हम लोग स्थानीय बाजारों में यूरिया खरीदने जाते ...