गंगापार, अक्टूबर 29 -- तीन दिन से रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। आकाश में घने बादलों के छाए होने व पूर्वा हवा के चलने से किसानों के खेत में कटी पड़ी धान की फसल सूख नहीं सकी है। जरा सी हवा चलने पर किसान खेतों में पहुंच कटी धान की फसल को सूखाने के लिए उलट-पलट कर रहा है। अमोरा गांव के किसान राजू सिंह ने बताया कि तीस फीसदी धान की फसल काट कर खेत में रखी है, जो खलिहान तक नहीं पहुंच सकी है। रुक-रुक कर हो रही बारिश से धान में अंकुरण की संभावना बढ़ गई। धान में अंकुरण हो जाने से किसानों को भारी क्षति पहुंचेगी। मेजा तहसील क्षेत्र के अमोरा, लोटाढ़ लखनपुर, गेदुराही, गुनई गहरपुर, भड़ेवरा, बिसहिजन खुर्द, बिसहिजन कला, बकचून्दा सहित दो दर्जन से अधिक गांवों में धान की पैदावार अधिक होती है। समतल जमीन व सिंचाई सुविधा ब...