नोएडा, अक्टूबर 10 -- नोएडा, वरिष्ठ संवाददाता। ग्रेटर नोएडा के प्यावली गांव के अस्पताल में उपचार के दौरान किशोर की मौत के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को सील कर दिया। जांच में पता लगा है कि अस्पताल के पास आयुर्वेदिक चिकित्सा का लाइसेंस था, लेकिन वहां पर एलोपैथिक से इलाज किया जा रहा था। प्यावली गांव के रहने वाले नरेंद्र कुमार ने स्वास्थ्य विभाग में शिकायत दी थी कि उनका भतीजा रजत भाटी चार अक्टूबर को गांव के ही एक निजी अस्पताल में इलाज कराने गया था। उनका आरोप है कि डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया। इसके बाद उनके भतीजे की हालत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। चिकित्सा अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक नोडल अधिकारी ने इस मामले की जांच की। स्वास्थ्य टीम ने मौके पर जाकर देखा तो पाया कि अस्पताल के पास केवल आयुर्वेदिक चिकित्सा का लाइसेंस है, लेकिन...