उत्तरकाशी, मई 5 -- गुंदियाट गांव राजकीय इंटर कालेज में सोमवार को साहित्यकार विजयपाल रावत की आत्मकथा "किमडार कू पाणी, पौंटी कू घाम" पुस्तक का लोकार्पण हुआ। पुस्तक के लेखक विजयपाल ने कहा कि दैवीय शक्तियों से भरपूर सुदूरवर्ती बडियाड़ के गांव में प्राकृतिक स्रोतों, सौंदर्य और खेत खलिहान, उच्च शिखरों का उल्लेख है। पुस्तक एक ऐसे जनजीवन की झलक है जो पहाड़ों के संघर्ष, सादगी और आत्मबल को दर्शाती है। लोकार्पण समारोह में साहित्यकार महावीर रवांल्टा, खिलानंद विजल्वाण, डॉ मोहन भुलानी, नेत्रपाल यादव, इन्द्र सिंह नेगी, धीरेन्द्र कंडियाल, प्रताप रावत, प्रहलाद पंवार, भरत सिंह चौहान जयवीर सिंह रावत, शूरवीर सिंह राणा आदि मौजूद थे।

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