वाराणसी, दिसम्बर 29 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। वर्ष 2025 ने काशी की कुछ ऐसी विभूतियों को हमसे हमेशा के लिए छीन लिया, जिनकी कमी भर पाना मुश्किल है। इस वर्ष सबसे पहले भरतनाट्यम नृत्य गुरु प्रो. प्रेमचंद होम्बल का निधन हुआ। पद्मश्री से अलंकृत 129 वर्षीय योग गुरु बाबा शिवानंद को चिरनिद्रा में सुला दिया गया। इसके बाद कला सेविका एवं साधिका पद्मश्री से अलंकृत विमला पोद्दार, पद्मविभूषण से अलंकृत पं. छन्नूलाल मिश्र और अघोर परंपरा के साधक निष्ठावान संत बावन बाबा ने इस धरा को अलविदा कहा। उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार एवं वर्ष 2021 के केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित भरतनाट्यम गुरु प्रो. प्रेमचंद होम्बल का निधन 19 अप्रैल को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में हुआ। बीएचयू के संगीत एवं मंच कला संकाय में उन्होंने लगभग चार दशकों तक सेव...