उरई, दिसम्बर 1 -- जालौन। तांबा में कमला देवी के आवास पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के छठवें दिन सुबोधानंद महाराज ने कालिया मानमर्दन व गोवर्धन पूजा का वर्णन किया। भागवताचार्य ने कहा गोपिकाएं 56 प्रकार का भोजन रख नाच गाने के साथ उत्सव मना रही थीं। कृष्ण के पूछने पर उन्होंने बताया आज इंद्र का पूजन होता है। इसे इंद्रोज यज्ञ कहते हैं। इससे प्रसन्न होकर इंद्र व्रज में वर्षा करते हैं, जिससे प्रचुर अन्न पैदा होता है। भगवान कृष्ण ने कहा कि इंद्र में क्या शक्ति है। उनसे अधिक शक्तिशाली तो हमारा गोवर्धन पर्वत है। इसके कारण ही वर्षा होती है, इसलिए हमें इंद्र से बलवान गोवर्धन की पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा कालिया मान मर्दन की कथा का भी वर्णन किया गया। इस मौके पर रामजीवन, पृथ्वीपाल पचौरी, अंजनी पचौरी, लालू पचौरी, अशोक राठौर, मदन खुराना, चंद्रपाल सेंगर, वीर...