पूर्णिया, मई 1 -- हंसी के रंग हिंदुस्तान के संग खूब लगे ठहाके पूर्णिया । हिन्दुस्तान संवाददाता आपके अपने अखबार हिंदुस्तान की ओर से आयोजित 'हंसी के रंग हिंदुस्तान के संग हास्य कवि सम्मेलन की सुनहरी शाम पूर्णिया के श्रोता प्रेमियों के नाम रहा। कलाभवन के सभागार के सुसज्जित मंच पर हास्य और चुटकुलों के फ़ुहारों के बीच शुरू हुए कवि सम्मेलन में श्रोताओं ने जमकर ठहाके लगाए। जैसे-जैसे सुनहरी शाम रात में बदलती गयी हास्य कविताओं की रसवर्षा भी तेज होती गई। देश के नामचीन हास्य कवियों ने कविताओं की ऐसी महफ़िल सजाई कि श्रोता रात तक कविताओं और चुटकुलों पर गुदगुदाते और ठहाका लगाते रहे। इस दौरान पूरा वातावरण हंसी ठिठोली से भरा रहा। श्रोता भी पूरी मस्ती में थे। शहर के बीचोबीच कलाभवन के सभागार के मंच पर आयोजित हास्य कवि सम्मेलन में देश के नामचीन कवियों की कवित...