सहरसा, सितम्बर 23 -- सहरसा, नगर संवाददाता। कलश स्थापना के साथ ही सोमवार से नवरात्र शुरू हो गया। विधिपूर्वक कलश स्थापित करने के बाद नवरात्र के पहले दिन भक्ति भाव से मां शैलपुत्री देवी की पूजा अर्चना की गयी।मां के भक्तों ने वन्दे वाञ्छितलाभाय चन्द्रार्धकृतशेखराम्।वृषारुढां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम् मंत्र का जाप कर प्रथम रूप मां शैलपुत्री का आह्वान किया। विधि विधान साथ मां की अराधना की गई।मान्यता है कि मां शैलपुत्री के मंत्रों का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में स्थिरता आती है। साथ ही इनकी पूजा और मंत्र जाप से चंद्रमा संबंधित दोष भी दूर हो जाते हैं। पूरी श्रद्धा भाव से मां शैलपुत्री की पूजा करने से मां भक्तों को सुख और सौभाग्य का वरदान देती हैं।पौराणिक क‍थाओं के अनुसार शैलराज हिमालय की पुत्री होने के कारण मां दुर्गा के इस स्वरूप का नाम शै...