अलीगढ़, मई 26 -- अलीगढ़, वरिष्ठ संवाददाता। मलखान सिंह जिला अस्पताल की मोर्चरी में आठ दिन पड़ा रहा शव पुलिस व अस्पताल प्रबंधन के गले की फांस बन गया है। पत्रावलियों में गलत तारीख डालकर आनन-फानन में पोस्टमार्टम के बार शव का क्रियाकर्म तो कर दिया पर, लापरवाही छुप न सकी। हिंदुस्तान में छह मई को खबर छपने के बाद से जिम्मेदार अब कागजी जांच से अपनी गर्दन बचाने में जुटे हैं। जांच को गठित टीम पत्रावलियां खंगालने के साथ कर्मचारियों से पूछताछ भी कर रही है। 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती एक 50 वर्षीय अज्ञात व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिम्मेदारों ने शव को मोर्चरी में तो पहुंचा दिया, लेकिन पुलिस को सूचना देना और शव का नियमानुसार पोस्टमार्टम कराना जैसे 'भूल गए। नियमानुसार 72 घंटे में पहचान न हो तो पोस्टमार्टम जरूरी है, लेकिन यहां शव छह मई तक यूं ...