बोकारो, जून 29 -- गोमिया प्रखंड स्थित करमटिया गांव के साहिल कुमार ने विपरीत हालात में भी हार नहीं मानी और कड़ी मेहनत से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पॉलिटिकल साइंस में मास्टर्स के लिए चयनित होकर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। आर्थिक तंगी और पारिवारिक संघर्षों के बीच साहिल ने पढ़ाई को हथियार बनाया और दिखा दिया कि जज़्बा हो तो कोई मंजिल दूर नहीं। साहिल के पिता महेश रविदास का निधन उनके तीन साल की उम्र में हो गया था। इसके बाद उनकी मां ननकी देवी ने मजदूरी कर किसी तरह बेटे की पढ़ाई जारी रखी। साहिल शुरू से ही पढ़ाई में तेज थे। मैट्रिक में गोमिया क्षेत्र में दूसरा स्थान हासिल किया और रांची के सेंट जेवियर्स कॉलेज से इंटरमीडिएट किया। फिर बनारस हिंदू विश्व विद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। अब जेएनयू में दाखिले के साथ...