सहारनपुर, जून 30 -- सहारनपुर मोहर्रम की दो तारीख पर विभिन्न इमामबारगाहों में मजलिस का आयोजन किया। मुस्लिम विद्वानों ने करबला के शहीदों का फलसफा बयां किया। मजलिस में सब से पहले मरसिए खानी की गई। मरसिया पढ़ने वालों में आसिफ अल्वी, सलीस हैदर काजमी, हमजा जैदी सलीम आब्दी, ख्वाजा रईस अब्बास शामिल रहे। पहली मजलिस इमामबाड़ा सामानियान मोहल्ला कायस्तान में हुई, जिसमें मौलाना डाक्टर सय्यद फतेह मुहम्मद जैदी खिताब फरमाया। दूसरी मजलिस बड़ा इमामबाड़ा जाफरनवाज में हुई, जिसमें मौलाना मिर्जा जावेद ने खिताब फरमाया। तीसरी मजलिस छोटा इमामबाड़ा अंसारियन में हुई, जिसमें मौलाना सय्यद मीसम नकवी ने खिताब फरमाया। मुस्लिम धर्म गुरुओं ने कहा कि जब हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का काफिला करबला के रास्ते में ही था, तब यजीद के गर्वनर इबने जियाद ने अपने सिपेहसालार हुर्र को हज...
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