नई दिल्ली, अप्रैल 4 -- रांची, वरीय संवाददाता। रांची रेलमंडल का गठन 1 अप्रैल 2003 को आद्रा मंडल से अलग कर किया गया है। यह दक्षिण-पूर्व रेलवे का महत्वपूर्ण डिविजनों में से एक है। तब से लेकर आज तक रांची, हटिया और मुरी स्टेशनों पर यात्रियों की गतिविधियां और आवाजाही सर्वाधिक होती हैं। माल ढुलाई भी होती है। वर्षों से लाल रंग के कुर्ता-शर्ट वाले कुली अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जिन्हें रेलवे के द्वारा स्टेशनों पर यात्रियों के सामानों और माल ढुलाई के लिए लाइसेंस प्रदान किया जाता है। ये कुली भी रेलवे में अप्रत्यक्ष रूप से अभिन्न अंग के रूप में स्टेशनों पर अपनी सेवाएं देते हैं। हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में कुलियों ने कहा कि हमें मान्यता रेलवे के द्वारा दी जाती है, लेकिन मानदेय उन्हें कितना मिलेगा, उस पर निर्भर करता है। रांची स्टेशन पर 29 लाइ...