गाजीपुर, दिसम्बर 25 -- भांवरकोल, हिन्दुस्तान संवाद। सहरमाडीह स्थित त्रिलोचन कीर्ति स्तंभ का स्थापना दिवस बुधवार को धूमधाम से मनाया। शुरूआत परिसर स्थित कुलदेवी की पूजन वैदिक मंत्रोचार के बीच हवन-पूजन के साथ किया गया। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले लोगों को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि राजगुरु मठ के पीठाधीश्वर अनंतानंद सरस्वती ने किनवार कीर्ति स्तंभ की वार्षिक पत्रिका 'किनवारिका' का विमोचन किया गया। किनवार समाज के संरक्षक इंजीनियर अरविंन्द कुमार राय ने कहा कि किनवार वंश का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है। उन्होंने कहा कि त्रिलोचन दिक्षित गढ़वाल वंश के नवरत्नों में से एक थे। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है की काशी के दशाश्वमेध घाट पर जो यज्ञ हुआ था उसके पुरोहित त्रिलोचन दीक्षित ही थे। उन्होंन...