प्रयागराज, जुलाई 14 -- प्रयागराज, संवाददाता। सावन के पहले सोमवार को परंपरागत गहरेबाजी का इंतजार कर रहे लोगों को एक से बढ़कर एक नाम के घोड़ों की रफ्तार और कदमताल का रोमांच देखने को मिला। इसका आयोजन पुराने यमुना पुल, नैनी के पास स्थित फूलों की मंडी से हुआ, जिसकी शुरुआत मेयर गणेश केसरवानी ने हरी झंडी दिखाकर की। मेयर इतने उत्साहित हुए कि उन्होंने गोलू महाराज के उड़ान की कमान संभाली और एक राउंड गहरेबाजी का लुफ्त उठाया। कभी बुलट अपने कदमताल से अन्य घोड़ों से आगे रहा तो उड़ान और बादशाह के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दी। पुराने यमुना पुल से नए यमुना पुल के बीच पांच सौ मीटर की दूरी में गहरेबाजी आयोजित हुई। प्रयाग गहरेबाजी संघ के अध्यक्ष राजीव भारद्वाज की अगुवाई में विष्णु शर्मा का बुलट, बदरे आलम का बादशाह, स्वामी भारद्वाज का सब्जा, जय सिंह यादव के भू...