लखनऊ, अगस्त 3 -- अंजुमन शहीदानें कर्बला की चार दिवासीय 50 साला शब्बेदारी का सिलसिला बैतुल हुजन रुस्तम नगर में जारी है। शब्बेदारी की मजलिस को मौलाना कल्बे जवाद ने खिताब किया। उन्होंने कहा कि हजरत रसूले खुदा अली की फजिलत के लिए फरमा रहे हैं कि जितने भी दरख्त है सब कलम बन जायें, समंदर से सिहाई बन जाये, जमीन सादा सफा बन जाये और जिन्नात व इंसान सब मिलकर अली के फजायल लिखने बैठें और कमायत तक लिखते रहेंगे तब भी अली के फजायल खत्म नहीं होंगे। शब्बेदारी में अंजुमन गुंचाए मजलुमिया ने अंजुमन के शायर एजाज जैदी का लिखा सलाम कभी रुकते नहीं देखी यहां बरसात अश्कों की, गम-ए-शब्बीर का मौसम हमेशा एक जैसा है और गुरुरे शायरी एजाज वो भी मदेह मौला में, कहूं कैसे हर एक मददाहे मौला एक जैसा है आले रजा ने पढ़ा तो लोगों ने खूब दाद दी। सलाम की धुन फरीद (शानू) ने बनायी थ...