मऊ, अक्टूबर 4 -- मऊ। तीन किलोमीटर लंबी ताजोपुर-पनियरा मार्ग वर्षों से बदहाल पड़ा हुआ है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे दुर्घटनाओं को दावत दे रहे हैं। साथ ही बदहाल मार्ग होने के कारण आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं। गांवों को शहर से जोड़ने वाले ताजोपुर-पनियरा मार्ग के जीर्णोद्धार के लिए स्थानीय लोगों ने कई बार जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से गुहार लगाया, बावजूद मार्ग की स्थिति जस की तस पड़ी हुई है। मार्ग बदहाल होने से सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को उठानी पड़ रही है। ताजोपुर-पनियरा प्रमुख मार्गों में शामिल है। इस मार्ग से होकर एक दर्जन से अधिक गांवों के लोगों का आवागमन होता है। साथ ही कई शैक्षणिक संस्थान भी इस मार्ग पर हैं, लेकिन हालत ये है कि कई वर्षों से लोग इसी बदहाल मार्ग पर चलने के लिए विवश हो रहे हैं। जनपद में विकास की तमाम कवायद के बाद भी...