संतकबीरनगर, जनवरी 30 -- संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले के मगहर में नगर पंचायत मगहर में बसा एक ऐसा मोहल्ला है, जहां कभी पैदा होते ही बच्चे मर जाते थे, लेकिन कबीर के रहमों-करम से यहां के बच्चों को जिंदगी मिलने लगी। यही वजह है कि कबीर के नाम से करम कबीर मोहल्ले की पहचान बन गई। सद्गुरु कबीर की निर्वाण स्थली मगहर में कबीर की समाधि और मजार स्थित है। कबीर मजार के मुतवल्ली खादिम हुसैन अंसारी बताते हैं कि कबीर की मजार के बगल में कमालुद्दीन उर्फ कमाल साहब की मजार है। उसी के बगल में नबाब अली बिजली शाह का कब्र भी है। लोग बताते हैं कि यहां 1498 में अकाल पड़ा था। इसकी वजह से क्षेत्र की जनता तबाह हो गई थी। कबीर स्थली के पास मस्जिद है। उसी में एक सूफी रहते थे। सूफी ने बताया कि वाराणसी से सद्गुरु कबीर यहां आए तो बारिश हो सकती है। बांसी के रा...
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