नई दिल्ली, जून 18 -- पाकिस्तानी फौज के मुखिया आसिम मुनीर जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की दावत में शरीक होने की तैयारी कर रहे थे, उसके कुछ ही समय पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की पहल पर हुई बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-पाक संघर्ष व आतंकवाद के बारे में जो कुछ कहा, उससे यकीनन पाकिस्तान और मुनीर के मनसूबों पर पानी फिर गया होगा। बल्कि वाशिंगटन को भी यह एहसास हो गया होगा कि राजनय में बड़बोलापन एक बुराई है और इससे बचा जाना चाहिए। गौरतलब है, राष्ट्रपति ट्रंप लगातार दावा कर रहे थे कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत-पाकिस्तान के संघर्ष को उन्होंने हस्तक्षेप करके रुकवाया। मगर प्रधानमंत्री मोदी ने दो-टूक शब्दों में राष्ट्रपति ट्रंप से कहा है कि भारत ने कभी किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की और न ही करेगा। विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दोनों श...