मुरादाबाद, मार्च 23 -- हरे कृष्ण सेवा न्यास समिति द्वारा आयोजित नौदिवसीय श्रीराम कथा महोत्सव को सातवें दिन रविवार को राजस्थान जोधपुर के संत मुरलीधर महाराज ने संबोधित किया। महाराज ने कहा राजा दशरथ ने सलाह मशविरा करके श्रीराम के राजतिलक की घोषणा कर दी। उधर रानी कैकेई ने कोप भवन की राह पकड़कर भरत को राज सिंहासन देने की जिद कर लीं। कैकेई ने राम के स्थान पर भरत को राजतिलक और श्रीराम के लिए 14 वर्ष का वनवास मांग लिया। अयोध्यानगरी में हाहाकार मच गया। प्रजा ने राजा दशरथ से घोषणा वापस लेने की मांग की। आगे बताया कि दुखी मन से अयोध्यावासियों ने वनवास के लिए राम-लक्ष्मण और सीता को विदा किया। कथा में समिति के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र शर्मा, कार्यकारी सचिव श्यामसुंदर गौड़, कथा प्रभारी रामरतन शर्मा, उपाध्यक्ष राजेश खंडेलवाल, निमित जायसवाल, ओमेंद्र सिंह, सुशील...