बाराबंकी, सितम्बर 16 -- निन्दूरा। क्षेत्र की ग्राम पंचायत बजगहानी के जानी नगर ब्रह्मदेव स्थान पर भागवत कथा के चौथे दिन सोमवार को कथावाचक द्वारिका नंद महाराज ने पंडाल में मौजूद श्रोताओं को महर्षियों, साधु संन्यासियों की कथा सुनाई। कहा कि पूजा पाठ, वैदिक अनुष्ठान को लगातार बाधित करने वाले से बचने के लिए राम को अपने साथ लाने गए था। कहा कि राक्षसो के नाश के लिए प्रभु श्रीराम ने अवतार लिया था। कहा कि प्रतिज्ञा का त्याग रघुवंशियों के योग्य नहीं है। यह बरताव तो इस कुल के विनाश का सूचक है। उन्होंने कहा कि धर्म की रक्षा व राक्षसों के नाश के लिए राम पृथ्वी पर अवतरित हुए है। महर्षि के आक्रोश को देखते हुए पूरा ब्रह्मांड शशंकित हो गया कि कहीं दशरथ का मोह राम को भटका न दें। इस पर दशरथ राजा को कुल गुरु वशिष्ठ ने बहुत समझाया। आयोजक अशोक यादव ने बताया कि ...