गंगापार, मई 24 -- शनिवार को समर कैंप के चौथे दिन होरी लाल दिवाकर जादूगर के माध्यम से उच्च प्राथमिक विद्यालय घूरपुर के छात्रों को कथक नृत्य, कठपुतली नृत्य व कठपुतली निर्माण का गुर नौनिहालों को बताया गया। होरीलाल ने बताया कि कठपुतली विद्या किसी भी बात को प्रस्तुत करने का एक सशक्त माध्यम है। कठपुतली का निर्माण भी एक कला है। जो बात हम स्वयं नहीं कह पाए वह बात कठपुतली के माध्यम से समाज को बताते हैं । समर कैंप में सहयोगी रंजीत कुमार निषाद कथक नृत्य बच्चों को दिखा रहे हैं । कथक नृत्य की महत्व और उपयोगिता पर चर्चा करते हुए रंजीत कुमार ने बताया कि कथा नृत्य एक प्रकार का व्यायाम है। प्रधानाध्यापक नीलम सिंह, शुभी जायसवाल, प्रभु नाथ, रसोइयों ने भी पीटी और योग का अभ्यास किया।

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