गोंडा, अगस्त 12 -- नवाबगंज, संवाददाता। सरयू बढ़े तो बाढ़ की त्रासदी और घटे तो कटान से तबाही का इबारत रचती है। कुछ ऐसा ही मंजर हो गया इन दिनों माझा क्षेत्र का। बीते दो दिनों से जलस्तर में लगातार कमी आने से प्रभावित गांवों से बाढ़ का पानी हटने लगा है। नदी के धारा में सिमट रहे पानी के तेज बहाव के चलते तटीय इलाके हो रही कटान में तेजी आ गई है। मंगलवार को सैकड़ों बीघा जमीन कटान की भेंट चढ़ गई। क्षेत्र में साकीपुर के चहलावा, तुलसीपुर माझा के राजा फार्म और दत्तनगर के बाणी माझा में मंगलवार को कटान से सैकड़ों बीघा हरे भरे फसल समेत खेत नदी में समा गए। राजा फार्म के निकट अब तक सैकड़ों बीघा जमीन पर कटान हो चुकी है। यहां के किसान बहुत ही बेबस नजर आते है सीने मे दर्द और आंखों में आंसू के साथ अपने पुश्तैनी भूमि को नदी मे तब्दील होते देख रहे हैं। जलस्तर म...