सुल्तानपुर, फरवरी 13 -- भदैया, संवाददाता स्वच्छता मिशन के अंतर्गत शुरू की गई कूड़ा प्रबंधन योजना औधे मुंह धाराशायी हो गई है। लाखों रुपया खर्च कर बनाया गया गांवों में कचरा घर अफसरों की उदासीनता से अनुपयोगी साबित हो रहा है। ग्राम पंचायतों में जगह-जगह कूड़े-कचरे का ढेर लगा हुआ है, जिनसे निकलने वाली दुर्गन्ध से संक्रामक बीमारियों के फैलने का अंदेशा ग्रामीणों को सता रहा है। स्वच्छता मिशन के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में शासन के निर्देश पर एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (कचरा घर) का निर्माण कराया गया। कचरा घर में सूखा और गीला कचरा अलग अलग रखने की व्यवस्था की गई है। इसके निर्माण में कहीं 5 लाख तो किसी पंचायत में 2-3 लाख रुपया खर्च किया गया है। सरकार की मंशा थी कि ग्रामीण अपने अपने घरों का गीला और सूखा कचरा इसी घर में रखेंगे। सफाई कर्मचारी भी सार्व...