मुजफ्फरपुर, नवम्बर 20 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। उत्तर बिहार के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान एसकेएमसीएच में आने वाले सभी मरीजों को स्ट्रेचर भी नहीं मिल पा रहा है। हालत यह है कि एक स्ट्रेचर (ट्रॉली) पर छह मरीजों का बोझ है। एसकेएमसीएच से लेकर सुपर स्पेशिलियिटी तक सिर्फ 58 ही स्ट्रेचर हैं। इनमें लगभग 10 अक्सर खराब ही रहता है। एसकेएमसीएच की इमरजेंसी से लेकर एमसीएच और पीकू तक हर दिन लगभग 300 मरीज पहुंचते हैं, जिनको स्ट्रेचर की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा ओपीडी में हर दिन 12 से 15 सौ पहुंचते हैं। इनमें भी कई गंभीर मरीजों को भर्ती करने ले जाने के लिए स्ट्रेचर की जरूरत होती है। मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण कई बार स्ट्रेचर के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। वहीं, कई परिजन अपने मरीज को कांधे या गोद में लेकर जाने को मजबूर होते हैं। इधर, एसके...
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