संभल, फरवरी 14 -- मनरेगा मद के कार्यों में रोजगार और भुगतान के साथ ही कार्यों के मापांकन की व्यवस्था में पारदर्शिता लाई गई है। भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने अब कार्यों की माप पुस्तिका (एमबी) को वेबसाइट पर इलेक्ट्रॉनिक-माप पुस्तिका (ई-एमबी) फीड कराने की अनिवार्यता दी है। ई-एमबी फीड न किए जाने की दशा में संबंधित काम के ई-मस्टर रोल भी जारी नहीं हो सकेंगे। मनरेगा मद से ग्रामीण विकास के लिए कार्यों को कराए जाने के साथ ही जॉब कार्डधारकों को रोजगार भी दिया जाता है। परिसंपत्तियों के सृजन के साथ ही नाली, खड़ंजा, इंटरलॉकिंग, सीसी रोड तथा केसी ड्रेन और मिट्टी कार्य की एमबी भी कराई जाती है। अभी तक अवर अभियंता और तकनीकी सहायकों की ओर से ऑफलाइन एमबी की जा रही थी। भारत सरकार की ओर से व्यवस्था में किए गए बदलाव और ई-एमबी की अनिवार्यता के संबंध मे...
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