संतकबीरनगर, मई 11 -- संतकबीरनगर, निज संवाददाता। आपरेशन सिंदूर शुरू होने के साथ भारत पाक के बीच में लंबा संघर्ष खिंचने के आसार दिख रहा था। इसी के मद्देनजर गांव से लेकर शहर तक के चिकित्सालयों को एलर्ट कर दिया गया था। दवाओं की किट तैयार कर दी गई थी। आक्सीजन प्लांट से लेकर वार्ड तक को पूरी तरह से तैयार कर दिया गया था। विभाग किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार रहा। संघर्ष विराम की घोषणा होते ही लोगों ने राहत की सांस ली। देश की एकता और अखंडता पर जब भी खतरा आता है तब स्वास्थ्य विभाग का रोल अहम हो जाता है। वैसे सामान्य दिनों में उनकी जरूरत केवल मरीजों की इलाज करने तक ही सीमित रहती हैं। देश में पहलगाम घटना के बाद से ही चिकित्सक संवर्ग में उबाल रहा। पैरामेडिकल स्टाफ भी शत्रु से बदला लेने के लिए बेताब रहा। अस्पताल के कर्मचारियों का कहन...
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