देहरादून, जुलाई 18 -- एशिया में जल प्रबंधन और पर्यावरण संरक्षण को लेकर दून में एक कार्यशाला का आयोजन छह से आठ अगस्त के बीच होगा। यूपीईएस में होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय एशियाई जल पर्यावरण प्रौद्योगिकी मंच में एशिया और अन्य देशों के वैज्ञानिक, विशेषज्ञ, नीति-निर्माता और उद्योग प्रतिनिधि शामिल होंगे।। जिसका मुख्य उद्देश्य जलवायु-लचीला जल तंत्र बनाना, भूजल की कमी, कीटनाशक प्रदूषण और जलग्रहण क्षेत्र के क्षरण जैसे मुद्दों का समाधान खोजना है। साथ ही सतत प्रबंधन की नीतियों को बढ़ावा देना और समुदाय-आधारित समावेशी जल शासन पर ध्यान देना भी इसकी प्राथमिकता होगी। यूपीईएस के कुलपति डॉ. राम शर्मा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि जब दुनिया जलवायु परिवर्तन और जल संकट जैसी दोहरी चुनौतियों से जूझ रही है, ऐसे में ये ये मंच वैज्ञानिक सोच, नवाचार और नीति के ज...