नई दिल्ली, अप्रैल 27 -- नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने महिला मरीजों की सुरक्षा के लिए नई व्यवस्था लागू की है। अब महिला रोगियों की जांच के दौरान महिला सदस्य का मौजूद रहना अनिवार्य कर दिया गया है। एम्स प्रशासन की ओर से जारी नए आदेश के अनुसार, यदि किसी महिला रोगी की जांच के दौरान कोई महिला स्टाफ या रिश्तेदार मौजूद नहीं होता, तो उसकी जांच नहीं की जाएगी। यह नियम सभी विभागों और डॉक्टरों पर लागू होगा। इसका उल्लंघन करने पर संबंधित डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एम्स ने यह कदम बीते दिनों गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आईसीयू में भर्ती एक महिला मरीज के साथ कथित यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद उठाया है। इस घटना के बाद अस्पतालों में महिला मरीजों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे थे। एम्स मीडिया डिवीज...