गोरखपुर, फरवरी 14 -- गोरखपुर, कार्यालय संवाददाता। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के जनरल सर्जरी विभाग ने इनगुइनल हर्निया (वंक्षण हर्निया) से पीड़ित दो मरीजों का लेप्रोस्कोपिक (ट्रांसएब्डॉमिनल प्रीपेरिटोनियल) तकनीक से सफल ऑपरेशन किया है। दोनों मरीज कई महीनों से सूजन और दर्द की वजह से परेशान थे। इनमें एक मरीज की उम्र 58 और दूसरे की 62 वर्ष है। सर्जरी विभाग के एसोसिएट प्रो. डॉ. धर्मेंद्र कुमार पीपल ने बताया कि मरीजों की जांच के बाद लेप्रोस्कोपिक सर्जरी का निर्णय लिया गया। क्योंकि, पारंपरिक ओपन सर्जरी में बड़ा चीरा लगाना पड़ता, जो ज्यादा दर्द देता और उसकी रिकवरी में समय लगता। इसके अलावा छह महीने से एक साल तक भारी काम से बचने की सलाह दी जाती है, लेकिन लेप्रोस्कोपिक तकनीक से केवल तीन छोटे छेद (0.5 से 1 सेमी) किए जाते हैं, जिससे दर्द कम...
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